Mount Everest New Height: विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 86 सेमी बड़ी
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चीन और नेपाल ने संयुक्त रूप से मापा पर सबसे ऊंची चोटी को
विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को लेकर दुनिया को अब अपना सामान्य ज्ञान दुरुस्त करने की जरूरत है। चीन और नेपाल ने संयुक्त रूप से एवरेस्ट की नई ऊंचाई मापने का काम पूरा किया है ।86 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी के साथ नई ऊंचाई 8848.86 मीटर (29032 फिट) बताई गई है नेपाल चीन के विदेश मंत्री ने संयुक्त रूप से इसका ऐलान किया
सर्वेयर जनरल एवरेस्ट के नाम 1852 मे गणितज्ञ राधानाथ सिकंदर ने एवरेस्ट की ऊंचाई माप कर इसे विश्व की सबसे ऊंची चोटी बताया था। भारत के तत्कालीन सर्वेयर जनरल जॉर्ज एवरेस्ट की याद में इसका नाम रखा गया है।
नेपाल जिस ऊंचाई पर पर दावा कर रहा था। वह 1954 में सर्वे ऑफ इंडिया ने ने नियत की थी।
क्यों मापनी पड़ी दुबारा ऊंचाई
चीन और नेपाल लंबे समय तक इसे लेकर उलझे रहे की ऊंचाई सबसे ऊंची रोक पॉइंट पर आधारित हो या सबसे ऊँचे स्नो पॉइंट पर 2010 में विवाद हल करते हुए चीन ने नेपाल को स्नो हाइट के साथ 8848 मीटर ऊंचाई होने का दावा स्वीकारा तो नेपाल ने रोक हाइट पर 8844.43 मीटर ऊंचाई होने की चीन की बात मान ली। 2019 मे ऊंचाई मापने को राजी हुई।
ऊंचाई सेटेलाइट की भी मदद
नेपाल के 4 सर्वेयर ने 2 साल ट्रेनिंग ली। पिछले साल उन्होंने शिखर पर पहुंच सर्वे किया। चीनी टीम मई 2020 में चोमोलूंगमा बेस कैंप पहुंची। त्रिकोणमितिय समीकरण और बाद में चीन के बाइडोयू सेटेलाइट ग्रेवीमीटर और जीपीएस सिस्टम की मदद ली गई। चीन 1975 व 2005 में एवरेस्ट की ऊंचाई जारी कर चुका है